18 सितंबर 2025 - 15:17
सुमुद फ्लोटिला उम्मीद की किरण, साम्राज्यवादी सिस्टम गज़्ज़ा का गुनहगार

यह मदद भले ही पूरी तरह पर्याप्त न हो लेकिन यह पहली बारिश की बूंद की तरह असरदार साबित हो सकती है। अब पूरी इस्लामी दुनिया और इंसानियत पर फ़र्ज़ है कि इस कारवाँ की सुरक्षा और मदद सुनिश्चित करे ताकि ग़ज़्ज़ा के मज़लूमों का दर्द कुछ कम किया जा सके।

पाकिस्तान की शिया उलमा काउंसिल के अध्यक्ष आयतुल्लाह सैयद साजिद अली नक़वी ने कहा कि गज़्ज़ा में जारी नरसंहार और इंसानियत विरोधी अपराधों के पीछे असली ज़िम्मेदार सिर्फ़ इस्राईल नहीं बल्कि पूरा साम्राज्यवादी तंत्र है।

उन्होंने कहा कि अरब-इस्लामी शिखर सम्मेलन का बयान जारी होते ही इस्राईल ने गज़्ज़ा में तबाही और तेज़ कर दी, लेकिन दुर्भाग्य से कोई भी इंसानियत की चीख़ पुकार सुनने वाला नहीं है।

नक़वी ने क़तर पर इस्राईल के हमले को याद दिलाते हुए कहा कि उम्मीद थी कि सम्मेलन से ठोस और बहादुराना फ़ैसले निकलेंगे, मगर सिर्फ़ बयान तक ही सब सिमट कर रह गया।

नक़वी ने बताया कि स्पेन से रवाना हुआ “अस-सुमूद ” मानवीय कारवाँ, जिसमें 70 जहाज़ और 44 देशों के मानवाधिकार प्रतिनिधि शामिल हैं, ग़ज़्ज़ा की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने इसे “उम्मीद की किरण, अंधेरे में रौशनी और इंसानियत की झलक” बताया।

उन्होंने कहा कि यह मदद भले ही पूरी तरह पर्याप्त न हो लेकिन यह पहली बारिश की बूंद की तरह असरदार साबित हो सकती है। अब पूरी इस्लामी दुनिया और इंसानियत पर फ़र्ज़ है कि इस कारवाँ की सुरक्षा और मदद सुनिश्चित करे ताकि ग़ज़्ज़ा के मज़लूमों का दर्द कुछ कम किया जा सके।

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